बिना लगाये लगता निशदिन
महंगाई का टीका
इस टीके से होता निशदिन
स्वाद में हर रस फीका
स्वाद में हर रस फीका
अब तो छूटी नान खटाई
सपनों में कालीने केवल
घर में फटी चटाई
घर में फटी छटाई
पर है हाथों में मोबाईल
जेब में पैसें भलें न हों
पर है होंठों पर इश्माइल
है होंठों पर इश्माइल
करते धन पाने की बातें
टीके से बचने की खातिर
भारती हर दिन गिनते रातें
आज बदलते युग मेंनेता से ज्यादा बेटा बदल रहा हैनेता तो कुर्सी के लिएजान देने को तत्पर परन्तु‘बिल्लो रानी’ कहे न कहेआज का बेटा जान लेने के लिएचलता है लेकर लाव-लश्कर नेता जी को कुर्सी में ही तीनों लोक नजर आते हैं परन्तु आज के बेटे तो जहाँ दिखी ‘‘ऐश’’ वहीं पसर जाते हैंनेता जी को याद नही‘जनता’ से किये वादेपर आज बेटा ‘मंजनू’ बनपूरे कर रहा है ‘लैला’ के इरादे
चिट्ठी लिखना भूल गयेआया जब से मोबाइलहस्तलेख तो याद नहींहो गये ऐसे काहिलकी-बोर्ड पर अक्सर अंगुली झटपट ऐसे नाचेसंक्षेप शब्द का अर्थ दिवानेभिन्न-भिन्न ढंग बांचेंहाय-हाय, हैल्लो-हैल्लोअब हर मुख-कर्ण समायानयी-नयी सुविधाएं लेकरअपना समय बितायालगता नीरस ’अद्भुत डिब्बा’जब हो जाये व्यस्त नेटवर्कप्यारे-प्यारे अरमानों का कर देता बेड़ा गर्ककभी-कभी तो अति अद्भुत ही कर्ण पड़े संदेश सुन-सुन कर अच्छे-अच्छेभी खा जाते हैं तैशइस रूट की सभी लाइनें व्यस्त हैं़़़़ ़ लेकिन नेटवर्क बड़ा ही मस्त हैजो नम्बर आपने डायल किया हैउसका उत्तर नहीं मिल रहा है़़ ़ लेकिन फोन तो बार-बार हिल रहा हैडायल किया गया नम्बर मौजूद नहीं है़ ़लेकिन चार बार बैलेंस कम हो गया है