आज बदलते युग में
नेता से ज्यादा बेटा बदल रहा है
नेता तो कुर्सी के लिए
जान देने को तत्पर परन्तु
‘बिल्लो रानी’ कहे न कहे
आज का बेटा जान लेने के लिए
चलता है लेकर लाव-लश्कर
नेता जी को कुर्सी में ही
तीनों लोक नजर आते हैं
परन्तु आज के बेटे तो
जहाँ दिखी ‘‘ऐश’’
वहीं पसर जाते हैं
नेता जी को याद नही
‘जनता’ से किये वादे
पर आज बेटा ‘मंजनू’ बन
पूरे कर रहा है ‘लैला’ के इरादे
Shree Dwarkadhish Temple : द्वारकाधीश श्री कृष्ण की द्वारका नगरी आज भी
रहस्यमयी है
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वर्तमान उत्तर प्रदेश के मथुरा और वृन्दावन में पले-बढे और रास-लीला रचाते
कृष्ण-कन्हैया गुजरात में आकर द्वारकाधीश हो जाते हैं। हम लोग उनकी बाल-लीला,
रास-ली...
2 दिन पहले
1 टिप्पणी:
लिखा तो अच्छा है आपने पर इशारा कौन है? नेता का बेटा या कोई भी बेटा
पाठकों पर अत्याचार ना करें ब्लोगर
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