आवाज कुछ मुख से निकलती ,इससे पहले
फद्फदाकर पंख पंछी उड़ चला था
रात दिन जो कोसते उसको रहे थे
कह चले "इन्सान " वो कितना भला था
आज से पहले न था रब को पुकारा
ओउर देखा भी न था मन्दिर का द्वारा
गुरुद्वारे जा के भी न माथा टेका
घंट -नाद चर्च का भी न सुना था
आज पंछी उड़ चला थल छोड़कर जो
"भारती" मन्दिर न मस्जिद कर्बला था
India Post Upgrades Speed Post: OTP Delivery, Online Payments, and Tariff
Revision Effective October 1, 2025 - Postmaster General Krishna Kumar Yadav
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Department of Posts will upgrade Speed Post Service w.e.f. 1st October
2025. With real-time tracking and OTP based Delivery, Speed Post is
becoming more ...
2 दिन पहले
1 टिप्पणी:
बहुत ही भावपूर्ण निशब्द कर देने वाली रचना . गहरे भाव.
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