सोमवार, 20 जुलाई 2009

खेलेंगी खुशियाँ

हर रात की सुबह होगी जरूर
फिर भी तडप-तड़पकर
क्यों हो जीने पर मजबूर
कभी तो महकेंगें, हर क्षण
तुम्हारी जीवन की बगिया के
खेलेंगी खुशियाँ
तुम्हारे दामन में भरपूर
और आयेंगे तुम्हारे द्वार
ढेरों खुशियों के उपहार
और तुम्हारे सारे दुःख
होगें तुमसे दूर !!!

मंगलवार, 14 जुलाई 2009

प्रकृति के रंग

प्रकृति की दुनिया निहायत खूबसूरत है। आप भी इसे महसूस करें !!

शुक्रवार, 10 जुलाई 2009

मेरा प्रथम दिन

"भारती का ब्लॉग" पर आपका स्वागत है। ब्लोगिंग के क्षेत्र में मैं नया हूँ, अत: आप सभी के स्नेह तथा सहयोग का आकांक्षी हूँ ! शीघ्र ही रचनाओं एवं विचारों के साथ हाजिर हूँगा !!
एस.आर. भारती